The Definitive Guide to shiv chalisa in hindi
The Definitive Guide to shiv chalisa in hindi
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दिवाली से पहले बन रहा गुरु पुष्य योग, जानें सबसे अच्छा क्यों है?
Chanting Shiv Chalisa is believed to convey great health and fitness, prosperity and enhancement in love existence, romantic relationship and marriage coupled with all kinds of other Gains.
अस्तुति केहि विधि करैं तुम्हारी। क्षमहु नाथ अब चूक हमारी॥
अर्थ: हे प्रभु जब क्षीर सागर के मंथन में विष से भरा घड़ा निकला तो समस्त देवता व दैत्य भय से कांपने लगे (पौराणिक कथाओं के अनुसार सागर मंथन से निकला यह विष इतना खतरनाक था कि उसकी एक बूंद भी ब्रह्मांड के लिए विनाशकारी थी) आपने ही सब पर मेहर बरसाते हुए इस विष को अपने कंठ में धारण किया जिससे आपका नाम नीलकंठ हुआ।
किया तपहिं भागीरथ भारी। पुरब प्रतिज्ञा तासु पुरारी॥
शनिदेव मैं सुमिरौं तोही। विद्या बुद्धि ज्ञान दो मोही॥ तुम्हरो नाम अनेक बखानौं। क्षुद्रबुद्धि मैं जो कुछ जानौं॥
शंकरं, शंप्रदं, सज्जनानंददं, शैल – कन्या – वरं, परमरम्यं ।
चंदन मृगमद सोहै भाले शशिधारी ॥ ॐ जय शिव…॥
त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। येहि अवसर मोहि आन उबारो॥
ईश्वर ने मेरे भाग्य में क्या लिखा है - प्रेरक कहानी
कीन्ह shiv chalisa lyricsl दया तहँ करी सहाई। नीलकण्ठ तब नाम कहाई॥
योगी यति मुनि ध्यान लगावैं। नारद शारद शीश नवावैं॥
पाठ पूरा हो जाने पर कलश का जल सारे घर में छिड़क दें।
पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे॥